चिलिका झील
चिलिका झील (Chilika Lake), जिसे चिल्का झील (Chilka Lake) भी कहा जाता है, भारत के ओड़िशा राज्य के पुरी, खोर्धा और गंजाम ज़िलों में स्थित एक अर्ध-खारे जल की अनूपझील (लगून) है। इसमें कई धाराओं से जल आता है और पूर्व में बंगाल की खाड़ी में बहता है। इसका क्षेत्रफल 1,100 वर्ग किमी से अधिक है और यह भारत की सबसे बड़ी तटीय अनूपझील और विश्व की दूसरी सबसे बड़ी अर्धखारी अनूपझील है।
चिल्का भारत की सबसे बड़ी तटीय झील है जो उड़ीसा में स्थित है यहां खारे पानी की एक लैगून झील है! चिल्का झील Archived 2021-08-17 at the वेबैक मशीन की लंबाई 65KM चौड़ाई 9 से 20KM.और गहराई लगभग 2 मी.है! इसे दया और भार्गवी नदी से जल प्राप्त होता है यहां पर नौसेना का प्रशिक्षण केंद्र अवस्थित है
भूवैज्ञानिक साक्ष्य इंगित करता है कि चिल्का झील अत्यंतनूतन युग (18 लाख साल से पूर्व 10,000 साल तक) के बाद के चरणों के दौरान बंगाल की खाड़ी का हिस्सा था। चिल्का झील के ठीक उत्तर में खुर्दा जिले के गोग्लाबाई सासन गांव (20°1′7″N 85°32′54″E / 20.01861°N 85.54833°E) में खुदाई भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग द्वारा आयोजित की गई।[1] गोलाबाई गांव तीन चरणों में चिल्का क्षेत्र संस्कृति के एक दृश्य का सबूत प्रदान करता है: नवपाषाण युग (नियोलिथिक) (c. 1600 ईसा पूर्व), ताम्रपाषाण युग (c. 1400 ईसा पूर्व से c. 900 ईसा पूर्व) और लौह युग (c. 900 ईसा पूर्व से c. 800 ईसा पूर्व।[2]
↑ Sinha, B.K. (2000). "13. B.K. Sinha, Golabai :". प्रकाशित Kishor K. Basa and Pradeep Mohanty (संपा॰). A Protohistoric Site on the Coast of Odisha. vol. I (in: Archaeology of Odisha संस्करण). Delhi: Pratibha Prakashan. पपृ॰ 322–355. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 81-7702-011-0. ↑ Patra, Sushanta Ku.; Dr. Benudhar Patra (1992-93,). "ARCHAEOLOGY AND THE MARITIME HISTORY OF ANCIENT ORISSA" (PDF). OHRJ. Bhubaneswar: Govt. of Orissa. XLVII, (2): 107–118. मूल (PDF) से 29 अक्तूबर 2009 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 9 अक्तूबर 2015. |date= में तिथि प्राचल का मान जाँचें (मदद)सीएस1 रखरखाव: फालतू चिह्न (link)
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